भारत में शादी के परिधानों का महत्व केवल कपड़ों से नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक धरोहर से भी जुड़ा हुआ है। दुल्हन के परिधान उनकी पारंपरिक जड़ों, क्षेत्रीय शिल्पकारी और आधुनिक फैशन का संगम होते हैं। आइए नज़र डालते हैं भारत के कुछ प्रतिष्ठित ब्राइडल कॉस्टयूम पर, जो शादियों में शाही लुक के लिए पसंद किए जाते हैं।
1. लहंगा चोली: राजस्थान और गुजरात की शान
भारतीय शादियों में लहंगा चोली सबसे अधिक पसंद की जाने वाली ड्रेस है। विशेष रूप से कढ़ाई, गोटा-पट्टी और मिरर वर्क के लिए मशहूर, ये परिधान एक शाही लुक देते हैं। खासतौर पर बनारसी, सिल्क और वेलवेट फैब्रिक के लहंगे बहुत पसंद किए जाते हैं, जो विभिन्न अवसरों पर दुल्हन के लिए एक उत्तम चयन साबित होते हैं।
2. बनारसी साड़ी: काशी की पारंपरिक भव्यता
बनारसी साड़ी भारतीय दुल्हनों के बीच एक सदाबहार पसंद है। रेशम पर सुनहरे और चांदी के धागों से बनी कशीदाकारी और जटिल डिजाइन इस साड़ी को खास बनाते हैं। चाहे दुल्हन के परिवार से हो या वर पक्ष से, बनारसी साड़ी पहनना शाही परंपरा को बरकरार रखता है।
3. कांजीवरम साड़ी: दक्षिण भारत का वैभव
कांजीवरम साड़ी तमिलनाडु से आई एक पारंपरिक साड़ी है, जो शादी के हर अवसर को गौरवशाली बनाती है। इसकी मजबूत रेशम और ज़री की बुनावट इसे टिकाऊ और भव्य बनाती है। पारंपरिक दुल्हनें विशेष रूप से इसे कांचीपुरम की कला का प्रतीक मानती हैं।
4. अनारकली गाउन: मुगलकाल की सुरुचि
अनारकली गाउन भारतीय ब्राइडल फैशन में एक क्लासिक सिल्हूट है जो मुगल काल से प्रेरित है। इसमें लंबी कुर्ती, चुड़ीदार और एक भारी दुपट्टा होता है, जो दुल्हन को एक रॉयल लुक प्रदान करता है। विभिन्न रंगों और कढ़ाई के साथ अनारकली गाउन हर फंक्शन के लिए एक आदर्श विकल्प है।
5. शरारा सेट: उत्तर भारत की आधुनिकता का परिचायक
शरारा सेट आजकल भारतीय ब्राइडल वियर का एक लोकप्रिय विकल्प है। यह ढीली और घेरदार पैंट और एक स्टाइलिश कुर्ती के साथ आता है। शरारा सेट में कढ़ाई और मिरर वर्क जैसे पारंपरिक तत्व जुड़े होते हैं, जो इसे खासकर संगीत और मेहंदी जैसे समारोहों के लिए उत्तम बनाते हैं।
6. पठानी सूट: पंजाबी व सिख दुल्हनों की पसंद
यह एक विशेष परिधान है जिसमें प्लाज़ो या सलवार के साथ लंबी कुर्ती होती है। अमीर कढ़ाई और चमकीले रंगों के साथ यह परिधान दुल्हन के लिए एक आभिजात्य लुक देता है। पठानी सूट मुख्य रूप से पंजाबी, सिख और मुस्लिम ब्राइडल वियर के रूप में पसंद किया जाता है।
7. गोल्डन साड़ी: केरल की दुल्हनों की पारंपरिक शैली
केरल की गोल्डन साड़ी एक साधारण लेकिन आकर्षक विकल्प है जो आमतौर पर शुद्ध सिल्क से बनी होती है। यह साड़ी अपनी सफेद और सुनहरे रंग की सादगी के कारण बहुत पसंद की जाती है। इसे गोल्ड ज्वेलरी के साथ पहनकर दुल्हन पारंपरिक केरलियन लुक को पूरी तरह से अपना लेती हैं।
8. पेस्टल लहंगा: आधुनिकता और पारंपरिकता का संगम
हाल के वर्षों में पेस्टल शेड्स में लहंगा एक नया ट्रेंड बना है। मिंट ग्रीन, पाउडर पिंक, लैवेंडर, और बेबी ब्लू जैसे रंगों में, ये लहंगे पारंपरिक और आधुनिकता का सुंदर संगम पेश करते हैं। हल्की कढ़ाई और फ्लोरल मोटिफ्स के साथ यह खासकर दिन के समय की शादी के लिए उपयुक्त है।
9. गोटा-पट्टी वर्क लहंगा: राजस्थानी शाहीपन
राजस्थानी गोटा-पट्टी वर्क ब्राइडल ड्रेस का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। सुनहरे और चांदी के धागों का महीन काम इसे खास बनाता है। यह पारंपरिक लहंगा राजस्थान की शाही परंपराओं से प्रेरित है और हल्दी या संगीत समारोहों के लिए एक शानदार विकल्प है। इसकी चमक और चमकदार कढ़ाई हर दुल्हन को एक विशेष रूप देती है।
10. लहंगा-साड़ी: दोनों का अनोखा संगम
लहंगा-साड़ी एक ऐसा परिधान है जो लहंगा और साड़ी दोनों के गुणों को मिलाता है। यह आउटफिट प्लीट्स और दुपट्टे को एक साड़ी की तरह पिन करने की अनुमति देता है, लेकिन लहंगे का फ्लेयर देता है। खासकर जो दुल्हनें साड़ी पहनना चाहती हैं लेकिन लहंगे का ग्लैम भी चाहती हैं, उनके लिए यह एक आदर्श संयोजन है।
11. फूलकारी वर्क सूट: पंजाबी परंपरा की अनूठी पेशकश
पंजाब की फूलकारी कढ़ाई एक विशेष तकनीक है, जिसमें रंगीन धागों से फूलों और पत्तियों का बारीकी से चित्रण किया जाता है। यह सूट ब्राइडल मेहंदी या हल्दी जैसे अवसरों के लिए उपयुक्त है और इसके आकर्षक रंग और डिज़ाइन हर नजर को अपनी ओर खींच लेते हैं।
12.आसाम सिल्क साड़ी: पूर्वोत्तर की सौंदर्यता
आसाम की मूंगा सिल्क साड़ी अपनी खास बनावट और प्राकृतिक रंगों के लिए प्रसिद्ध है। यह साड़ी अपनी सुंदरता के लिए जानी जाती है और विशेषकर पूर्वोत्तर भारतीय दुल्हनों के लिए एक बेहतरीन विकल्प है। इसकी चमक और हल्की बनावट इसे दुल्हनों के लिए आरामदायक और आकर्षक बनाती है।