UPPSC RO, ARO प्रारंभिक परीक्षा स्थगित: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) ने एकल-शिफ्ट परीक्षा की मांग कर रहे अभ्यर्थियों के विरोध के बाद समीक्षा अधिकारी (RO) और सहायक समीक्षा अधिकारी (ARO) की प्रारंभिक परीक्षा को स्थगित कर दिया है। पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा पूर्व निर्धारित प्रारूप के अनुसार आयोजित की जाएगी।
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) ने हाल ही में समीक्षा अधिकारी (RO) और सहायक समीक्षा अधिकारी (ARO) की प्रारंभिक परीक्षा को स्थगित कर दिया है। यह निर्णय उन अभ्यर्थियों के विरोध के बाद लिया गया, जो एक-शिफ्ट में परीक्षा आयोजित करने की मांग कर रहे थे। अभ्यर्थियों ने यह आरोप लगाया था कि बहु-शिफ्ट परीक्षा के कारण समान अवसर नहीं मिल पाते, जिससे परीक्षा की निष्पक्षता पर सवाल उठते हैं।
UPPSC ने यह स्पष्ट किया कि पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा पहले की तरह पुराने पैटर्न और प्रारूप के अनुसार आयोजित की जाएगी। इस संबंध में आयोग ने एक समिति गठित की है, जो RO और ARO परीक्षा के आयोजन को लेकर सभी पहलुओं पर विचार करेगी और जल्द ही अपनी रिपोर्ट पेश करेगी। आयोग ने यह भी आश्वासन दिया है कि उम्मीदवारों की समस्याओं का समाधान किया जाएगा और परीक्षा को अधिक पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे।
UPPSC के सचिव अशोक कुमार ने भी आंदोलन कर रहे छात्रों से मुलाकात की और उनकी मांगों को गंभीरता से सुना। उन्होंने छात्रों से संवाद करते हुए यह वादा किया कि आयोग उनकी परेशानियों को ध्यान में रखकर उचित कदम उठाएगा। छात्रों के मुताबिक, परीक्षा को एक शिफ्ट में आयोजित किया जाए ताकि सभी अभ्यर्थियों को समान अवसर मिल सके और परीक्षा की निष्पक्षता सुनिश्चित हो सके।
अभ्यर्थियों के विरोध के बाद आयोग ने स्थगन की घोषणा की और कहा कि परीक्षा के आयोजन में बदलाव पर विचार किया जाएगा। इसके अलावा, आयोग ने इस बारे में विस्तृत योजना बनाने के लिए एक समिति गठित की है, जो जल्द ही सभी पहलुओं पर रिपोर्ट पेश करेगी।
यह निर्णय छात्रों के लंबे संघर्ष के बाद लिया गया, जिसमें वे एकल-शिफ्ट परीक्षा के आयोजन की मांग कर रहे थे। कई छात्र इस कदम को अपनी जीत मानते हुए अपनी भविष्यवाणियों की दिशा में एक बड़ा कदम मान रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जब तक आयोग उनकी बाकी मांगों पर स्पष्ट घोषणा नहीं करेगा, वे आंदोलन जारी रखेंगे।
UPPSC ने छात्रों के इस आंदोलन के परिणामस्वरूप अपनी ओर से उन्हें आश्वासन दिया है कि उनकी चिंताओं का समाधान जल्द किया जाएगा और परीक्षा का आयोजन अधिक निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से किया जाएगा।