जिलाधिकारी रवीश गुप्ता ने जनसामान्य से अपील करते हुए कहा है कि खराब मौसम में आकाशीय बिजली गिरने की घटनाएं घटित होने की संभावनाएं काफी बढ़ जाती हैं। ऐसे में यह आवश्यक है कि आकाशीय बिजली से बचने के उपायों को अपनाया जाय ताकि वज्रपात से जनहानि न होने पाये।
मोबाइल एप से मिलेगी पूर्व सूचना
जिलाधिकारी ने बताया कि मौसम विज्ञान विभाग भारत सरकार द्वारा विकसित दामिनी ऐप एवं सचेत एप डाउनलोड करें, जिससे वज्रपात की पूर्व सूचना मिल सके और वज्रपात से बचा जा सके। इन एप्स के माध्यम से लोगों को वज्रपात की चेतावनी मिल सकेगी और वे समय रहते सावधानी बरत सकेंगे।
वज्रपात से होने वाली क्षति
प्रतिवर्ष वज्रपात से बड़ी संख्या में जनहानि व पशुहानि होती है तथा इन्फास्ट्रक्चर को भी भारी नुकसान पहुंचता है। वज्रपात से कम से कम क्षति हो इसके लिए प्रभावी व्यवस्था को अपनाने के साथ ही अधिसूचित आपदाओं की पूर्व चेतावनियों एवं अलर्ट को आम जनमानस तक समय से पहुचांकर आपदा को कम किया जा सकता है।
बचाव के लिए जरूरी सावधानियां
जिलाधिकारी ने जनसामान्य को बचाव के बारे में जागरूक करते हुए बताया कि वज्रपात से बचने के लिए पेड़ों के नीचे, मोबाइल टावर व ऊंचे मकान के नीचे शरण न लें। बच्चों को बाहर न खेलने दें, लोहे की खिड़की, दरवाजे व हैण्डपम्प आदि को न छुएं। धातु से बने छाते का प्रयोग न करें, लैण्डलाइन एवं विजली के उपकरणों का उपयोग न करें, खुले वाहनों मे सवारी न करें, बचाव के लिए जमीन पर न लेटें तथा तैराकी या नौकायन न करें।
आम जनमानस की जिम्मेदारी
जिलाधिकारी ने कहा कि वज्रपात से बचने के लिए आम जनमानस की जिम्मेदारी है कि वे इन सावधानियों का पालन करें और अपने परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करें। साथ ही उन्होंने कहा कि प्रशासन की ओर से भी सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं ताकि वज्रपात से होने वाली क्षति को कम किया जा सके।