मुख्यमंत्री योगी से मिले विनय आर्य और ओम प्रकाश आर्य महासम्मेलन का दिया निमंत्रण

लखनऊ: महर्षि दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती और आर्य समाज के 150वें स्थापना वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित वृहद आर्य महासम्मेलन हेतु दिल्ली आर्य प्रतिनिधि सभा के महामंत्री विनय आर्य और ओम प्रकाश आर्य ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके लखनऊ आवास पर भेंट की। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री को कार्यक्रम का निमंत्रण दिया और प्रदेश में संचालित वैदिक गुरुकुलों के उत्थान हेतु आवश्यक सहयोग का अनुरोध किया।

वैदिक शिक्षा और गुरुकुल उत्थान पर चर्चा

भेंट के दौरान ओम प्रकाश आर्य ने जानकारी दी कि महर्षि दयानंद सरस्वती के 200वें जयंती वर्ष और आर्य समाज की स्थापना के 150 वर्ष पूरे होने पर 29 एवं 30 मार्च 2025 को सिडको कन्वेंशन सेंटर, वाशी, नवी मुंबई में एक भव्य वृहद आर्य महासम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। इस सम्मेलन का आयोजन सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा और आर्य प्रतिनिधि सभा मुंबई द्वारा किया जा रहा है, जिसमें दिल्ली आर्य प्रतिनिधि सभा भी सहयोगी भूमिका निभा रही है।

विनय आर्य ने मुख्यमंत्री को इस महासम्मेलन की महत्ता से अवगत कराते हुए कहा कि आर्य समाज अपने स्थापना काल से ही समाज में शिक्षा, संस्कार और सामाजिक सुधार के लिए कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि वैदिक गुरुकुलों, आर्य वीर दल और अन्य सामाजिक संगठनों के माध्यम से आर्य समाज अंधविश्वास, पाखंड, मद्यपान, बाल विवाह और अन्य सामाजिक बुराइयों को समाप्त करने के लिए प्रयासरत है

महासम्मेलन का उद्देश्य

महासम्मेलन के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए आयोजकों ने बताया कि इसका मुख्य उद्देश्य समाज के हर वर्ग को एक सूत्र में बांधना और भारत को उसके प्राचीन गौरव की ओर अग्रसर करना है। महर्षि दयानंद सरस्वती ने सन् 1875 में मुंबई के काकड़वाड़ी में आर्य समाज की स्थापना की थी और तभी से आर्य समाज निरंतर वेदों के प्रचार, वैदिक शिक्षा के प्रसार और सामाजिक सुधार के कार्यों में संलग्न है।

इस महासम्मेलन में देशभर के प्रमुख संत, समाजसेवी, विद्वान, शिक्षाविद, आर्य समाज के पदाधिकारी और आर्य वीर दल के कार्यकर्ता भाग लेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस महासम्मेलन में शामिल होने से वैदिक परंपरा और आर्य समाज के सामाजिक सेवा कार्यों को नई चेतना और संबल मिलेगा।

समाज सुधार की दिशा में एक मजबूत कदम

महासम्मेलन के आयोजकों ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य केवल महर्षि दयानंद सरस्वती की शिक्षाओं का प्रचार करना ही नहीं, बल्कि वैदिक शिक्षा प्रणाली को मजबूती देना, युवाओं को संस्कारयुक्त शिक्षा से जोड़ना और भारत को अपने सांस्कृतिक गौरव की ओर पुनः अग्रसर करना है

मुख्यमंत्री से सहयोग की अपेक्षा

विनय आर्य और ओम प्रकाश आर्य ने उत्तर प्रदेश में संचालित वैदिक गुरुकुलों के उत्थान के लिए मुख्यमंत्री से विशेष सहयोग की मांग की। उन्होंने कहा कि यदि राज्य सरकार वैदिक शिक्षा को समर्थन दे, तो आने वाली पीढ़ी को आध्यात्मिक और नैतिक मूल्यों से परिपूर्ण शिक्षा प्राप्त हो सकेगी।

निष्कर्ष

आर्य समाज के इस महासम्मेलन को लेकर पूरे देश में उत्साह है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आमंत्रण को स्वीकार करने से इस सम्मेलन को एक नई दिशा मिलेगी। आयोजकों ने आशा व्यक्त की है कि यह महासम्मेलन भारतीय समाज को प्राचीन वैदिक संस्कृति की ओर प्रेरित करने और सामाजिक सुधारों को गति देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा

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