राजकीय इण्टर कॉलेज बस्ती में चल रहे योग शिक्षकों के प्रशिक्षण के दौरान डा नवीन सिंह ने दसवें विश्व योग दिवस के लिए आवश्यक प्रशिक्षण देते हुए कहा कि ठीक प्रकार से किये गये प्राणायाम से शरीर का आन्तरिक एवं वाह्य भाग पवित्र व रोग मुक्त होकर समाज में हमें सम्मान दिलाता है। उन्होंने योग शिक्षकों को अपने शिविर के योग साधकों की रंग द्वारा चिकित्सा करने की पद्धति भी समझाई ताकि बिना पैसे के चिकित्सा कर आम जनमानस के रोगों को समूल नष्ट किया जा सके।
इस अवसर पर योग प्रशिक्षक जवाहर यादव ने योग प्रोटोकाल के साथ ध्यान और साधना का प्रशिक्षण दिया। योग शिक्षक प्रशिक्षक गरुण ध्वज पाण्डेय ने 21 जून विश्व योग दिवस के लिए भी प्रगति की जानकारी लेते हुए योग शिक्षकों को आवश्यक निर्देश दिये। डा0 वीरेन्द्र त्रिपाठी द्वारा शरीर क्रिया विज्ञान का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से हिमांशु यादव, पुष्पा सिंह, भानु बाबू, प्रमोद कुमार गुप्ता, मीरा सिंह, रंजना त्रिपाठी, शालिनी श्रीवास्तव, सुनीता राजपूत, शीला देवी, शशि यादव, साधना पांडे, राधा गुप्ता, अनीता रानी, निर्मला सिंह, उर्मिला चौधरी, संध्या, शिवांगी, पुनीता, बृजेश कुमार, हसनैन, सीमा, अनीता, अनुराधा शुक्ला, उर्मिला गुप्ता, सरिता गुप्ता, ज्योति गुप्ता साधना सिंह आरसी मिश्र, मंजे पाल, श्रवण कुमार, राममोहन पाल, परवेज़ अलम मंसूरी, नीलम सिंह और रामनाथ सहित अनेक योग शिक्षक और साधक उपस्थित रहे।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य योग शिक्षकों को विश्व योग दिवस के लिए तैयार करना था ताकि वे आम जनमानस के लिए योग के लाभों को प्रसारित कर सकें। डा नवीन सिंह ने कहा कि योग से हम अपने शरीर को स्वस्थ और रोग मुक्त रख सकते हैं और समाज में सम्मान प्राप्त कर सकते हैं।