राम मंदिर में पुजारियों के लिए हाल ही में लागू किए गए रोस्टर सिस्टम पर रोक लगा दी गई है और पुरानी व्यवस्था जारी रहेगी।
रोस्टर सिस्टम पर रोक का निर्णय
राम मंदिर में पुजारियों के लिए हाल ही में लागू किए गए रोस्टर सिस्टम पर रोक लगा दी गई है और पुरानी व्यवस्था जारी रहेगी। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने पुजारियों को चार समूहों में विभक्त कर राम मंदिर, कुबेर टीला और यज्ञशाला स्थल पर 10 घंटे की सशर्त ड्यूटी लगाई थी। लेकिन पुजारियों ने इस नए सिस्टम का विरोध किया था, जिसके बाद ट्रस्ट ने अपने निर्णय को वापस ले लिया है।
पुजारियों की नाराजगी
नए सिस्टम के तहत पुजारियों की गतिशीलता और स्वतंत्रता पर प्रतिबंध लगाया जा रहा था। पुजारियों का कहना था कि वे अपने निर्धारित समय से पूजन पद्धति को संपन्न नहीं कर पाएंगे। ट्रस्ट के इस निर्णय से पुजारियों में नाराजगी थी, जिसके बाद ट्रस्ट ने अपने निर्णय को वापस ले लिया है।
पुरानी व्यवस्था की वापसी
अब पुजारी पहले की तरह ही रामलला की पूजा करेंगे। रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि सभी पुजारियों के द्वारा ट्रस्ट को दिए गए पत्र के बाद ट्रस्ट ने अपने निर्णय को वापस ले लिया है। अभी सभी पुजारी पहले के समय पर राम मंदिर में सेवा देंगे।