जांच अधिकारी के पहुंचने पर नहीं मिलीं सचिव: क्या सचिव ने जांच से बचने की कोशिश की?

कप्तानगंज ब्लॉक में सरकारी धन में गोलमाल करने की शुक्रवार को जांच करने टीम पहुंची। सचिव के मौजूद न रहने की वजह से जांच टीम को वापस आना पड़ा।

पंचायत सचिव पर आरोप

कप्तानगंज ब्लॉक के सरैया मिश्र, गोपियापार और रामगढ़ उर्फ कठार जंगल में तैनात पंचायत सचिव सोनम श्रीवास्तव पर किसी रिश्तेदार की फर्म पर लाखों रुपये का भुगतान करने का आरोप तीनों ग्राम पंचायत के प्रधान ने लगाया है।

जांच टीम की कार्रवाई

मामले की जांच करने बृहस्पतिवार को ब्लॉक की टीम गई थी। शुक्रवार को अपर जिला पंचायत राज अधिकारी अरुण कुमार गोपिया पा , सरैया मिश्र और जंगल कठार ग्राम पंचायत पहुंचे। पूर्व सूचना के बावजूद सचिव के न होने से अभिलेख की जांच टीम नहीं कर सकी और वापस लौटना पड़ा।

प्रधानों का बयान

मौके पर मौजूद लोगों से पूछताछ किया। सरैया के प्रधान प्रतिनिधि जितेंद्र शुक्ल, जंगल कठार के प्रधान काशीराम के प्रतिनिधि राम जीत यादव तथा गोपिया पार में ग्राम प्रधान अश्विनी यादव ने बताया कि जिस फर्म को भुगतान किया गया,उसके बारे में कोई जानकारी नहीं है।

खंड विकास अधिकारी का बयान

उधर, दो दिन पूर्व कप्तानगंज विकास खंड के एडीओ आईएसबी नरेंद्र पांडेय के नेतृत्व में तीन सदस्य टीम ने जांच किया था। जांच रिपोर्ट के आधार पर खंड विकास अधिकारी ने सचिव सोनम से पांच बिंदुओं पर एक सप्ताह के अंदर आख्या मांगी है । खंड विकास अधिकारी प्रवीण कुमार पटेल ने बताया कि जांच में मिले बिंदुओं के सापेक्ष सचिव से उनका पक्ष प्रस्तुत करने को कहा गया है।

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