धनतेरस का त्योहार जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, बाजारों में रौनक बढ़ती जा रही है। लखनऊ में सराफा, ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स, कपड़े और रियल एस्टेट सेक्टर में व्यापार तेजी से बढ़ रहा है। नवरात्र से ही इस सकारात्मक रुझान की शुरुआत हो गई थी, जो धनतेरस तक 30-40 प्रतिशत की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है।
5000 करोड़ पार करने की उम्मीद
पिछले साल लखनऊ जिले में धनतेरस पर कुल कारोबार लगभग 3000 करोड़ रुपये था। इस बार, व्यापारियों का अनुमान है कि ये आंकड़ा 5000 करोड़ को पार कर सकता है। इसमें 2000 करोड़ का अनुमान सराफा बाजार से, 1000 करोड़ रियल एस्टेट से, 500 करोड़ ऑटोमोबाइल सेक्टर से और 120 करोड़ रुपये कपड़ा बाजार से होने का है।
सराफा बाजार का बढ़ता आकर्षण
धनतेरस पर सबसे अधिक भीड़ सराफा बाजार में देखने को मिल रही है। पिछले साल की तुलना में सोने और चांदी की कीमतों में भारी उछाल आया है। पिछले साल सोना 62,000 रुपये प्रति 10 ग्राम था, जो इस बार 81,000 रुपये तक पहुंच गया है। वहीं, चांदी जो पिछले साल 72,000 रुपये प्रति किलो थी, अब एक लाख के पार हो चुकी है। महंगाई के बावजूद, सराफा बाजार में 1200 करोड़ से अधिक के कारोबार की संभावना जताई जा रही है।
अन्य क्षेत्रों में भी उछा
सराफा बाजार के अलावा रियल एस्टेट, ऑटोमोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार में भी धनतेरस का उत्साह साफ नजर आ रहा है। दशहरा, करवा चौथ, और पुष्य नक्षत्र के शुभ संयोग के बाद से ही बाजार में उत्साह बना हुआ है, जिससे कारोबारियों को धनतेरस पर भारी लाभ होने की उम्मीद है।
धनतेरस के शुभ अवसर पर शहर का बाजार सजा है और व्यापारियों को इस बार व्यापार में रिकॉर्ड बढ़त की पूरी उम्मीद है।
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