बस्ती। सल्टौआ विकास खंड के प्राथमिक विद्यालय करमा में तैनात शिक्षामित्र रत्नेश चौधरी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई है। बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) अनूप कुमार ने अग्रिम आदेश तक उनका मानदेय रोकने का आदेश जारी किया है। इसके साथ ही एक सप्ताह के भीतर स्पष्टीकरण देने के निर्देश भी दिए गए हैं।
उपस्थिति पंजिका पर हस्ताक्षर के बाद भी गैरहाजिर
बीएसए कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, रत्नेश चौधरी उपस्थिति पंजिका पर हस्ताक्षर करने के बाद विद्यालय से गायब हो जाते थे। जब गुरुवार को बीएसए ने विद्यालय में निरीक्षण किया, तो रत्नेश चौधरी विद्यालय में अनुपस्थित पाए गए। इस गंभीर लापरवाही के कारण बीएसए ने तत्काल उनका मानदेय रोक दिया है।
प्रधानाध्यापक और बीईओ से मांगी रिपोर्ट
इस मामले में आगे की कार्रवाई के लिए बीएसए ने प्रधानाध्यापक और क्षेत्र के खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। इस रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। बीएसए ने स्पष्ट किया है कि शिक्षा की गुणवत्ता में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, और दोषी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
शिक्षामित्र को एक सप्ताह में देना होगा स्पष्टीकरण
शिक्षामित्र रत्नेश चौधरी को एक सप्ताह के भीतर अपनी गैरहाजिरी का स्पष्टीकरण देने का आदेश दिया गया है। यदि वह संतोषजनक उत्तर देने में असफल रहते हैं, तो उनके खिलाफ और कड़ी कार्रवाई की जा सकती है। बीएसए अनूप कुमार ने सभी शिक्षकों और शिक्षामित्रों को चेतावनी दी है कि वे अपनी जिम्मेदारियों का सही ढंग से पालन करें, अन्यथा अनुशासनात्मक कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।