बस्ती। त्योहारों का मौसम शुरू हो चुका है, और आने वाले हफ्तों में दुर्गा पूजा, दशहरा, लक्ष्मी-गणेश पूजा, धनतेरस और दीपावली का उल्लास रहेगा। इन उत्सवों के दौरान, शहर से गांव तक सभी जगहें रोशनी से जगमगा उठेंगी, जिससे बिजली की खपत अचानक बढ़ने की संभावना है। विद्युत निगम ने पहले से ही मांग और आपूर्ति में संतुलन बनाए रखने के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। हालांकि, त्योहारों के दौरान किसी भी अप्रत्याशित बिजली कटौती की आशंका अब भी बनी हुई है।
बिजली की खपत में भारी इजाफा
त्योहारों के चलते आमजन की गतिविधियां बढ़ जाती हैं। लोग घरों और पूजा पंडालों को रंग-बिरंगी इलेक्ट्रॉनिक झालरों से सजाते हैं, जिससे बिजली की खपत में भारी इजाफा होता है। इस दौरान अगर बिजली कटौती हो जाती है, तो त्योहार की रौनक फीकी पड़ जाती है। ऐसे में विद्युत निगम पर जनता की नाराजगी बढ़ने की संभावना रहती है।
निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए तैयारियां
निगम का दावा है कि उन्होंने शहर और कस्बों की विद्युत लाइनों को दुरुस्त करने के लिए विशेष तैयारियां की हैं। स्थानीय फाल्ट वाले क्षेत्रों को चिह्नित कर, लाइन, जंफर और अन्य उपकरणों की मरम्मत की जा चुकी है। निगम यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहा है कि त्योहारों के दौरान बिजली की अतिरिक्त मांग को पूरा किया जा सके और किसी भी तरह की बिजली कटौती से बचा जा सके।
वर्तमान में 195 मेगावाट बिजली की खपत
फिलहाल जिले में 195 मेगावाट बिजली की खपत हो रही है, जो सामान्य स्थिति में अपेक्षित है। गर्मियों में यह खपत 220 मेगावाट तक पहुंच जाती है, खासकर जब एसी का उपयोग और सिंचाई के लिए मोटर पंप चलाए जाते हैं। हालांकि, मौसम ठंडा होने के बावजूद एसी का उपयोग अभी भी हो रहा है, जिससे त्योहारों के दौरान बिजली की मांग में और वृद्धि हो सकती है। विद्युत निगम जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त बिजली आपूर्ति की व्यवस्था करने के लिए तैयार है।
निगम का दावा

विद्युत निगम के एसडीओ, ट्रांसमिशन, सतीश सिंह ने कहा, “त्योहारों के दृष्टिगत निर्बाध बिजली आपूर्ति की तैयारी कर ली गई है। इस दौरान खपत बढ़ने का अनुमान कम है, और यदि खपत बढ़ेगी भी तो स्थिति को संभाला जा सकता है। सबसे अहम मुद्दा स्थानीय फाल्ट की समस्या को दूर करना है, जिसे काफी हद तक हल कर लिया गया है। प्रयास है कि उपभोक्ताओं को किसी भी समस्या का सामना न करना पड़े।”
त्योहारों की धूमधाम के बीच निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए निगम की यह पहल सराहनीय है। अब देखना होगा कि क्या यह तैयारी त्योहारों के दौरान बढ़ी हुई खपत का दबाव झेलने में सक्षम होती है या नहीं।
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