लखनऊ में सोमवार को यूपी डीजीपी प्रशांत कुमार ने यूपी 112 के विशेष अभियान ‘एक पहल’ का शुभारंभ किया। इस अभियान के तहत, उन्होंने जनता से आग्रह किया कि किसी को मुसीबत में देखकर वीडियो बनाने के बजाय यूपी 112 पर कॉल करें और त्वरित सहायता प्रदान करें।
‘एक पहल’ का उद्देश्य: जनता को संवेदनशील और सतर्क बनाना
डीजीपी ने बताया कि ‘एक पहल’ अभियान का मुख्य उद्देश्य आम लोगों को संवेदनशील और सतर्क बनाना है। उन्होंने कहा कि छेड़छाड़, छींटाकशी और सड़क पर पड़े घायल की अनदेखी नहीं करनी चाहिए। यह अभियान लोगों में जागरूकता लाने का प्रयास है, ताकि वे आपातकालीन स्थितियों में सक्रिय भूमिका निभा सकें और यूपी 112 को तुरंत सूचना प्रदान कर सकें।
पिछले आठ वर्षों में कानून-व्यवस्था में सुधार
इस अवसर पर, डीजीपी ने यह भी बताया कि पिछले आठ वर्षों में यूपी में कानून-व्यवस्था में व्यापक सुधार हुआ है। प्रदेश दस्यु मुक्त और फिरौती मुक्त हो चुका है। यूपी 112 का रिस्पांस टाइम पहले 40-45 मिनट था, जो अब घटकर 8-9 मिनट हो गया है। यह बदलाव पुलिसिंग में तकनीकी और प्रणालीगत सुधारों का परिणाम है, जो लोगों की सुरक्षा और मदद में तेजी लाने के लिए किया गया है।
‘एक पहल’ अभियान का संदेश: सक्रिय भागीदारी
डीजीपी ने ‘एक पहल’ अभियान के माध्यम से यह संदेश दिया है कि हर नागरिक की जिम्मेदारी है कि वे मुसीबत में पड़े व्यक्तियों की मदद करें और आपातकालीन सेवाओं को तुरंत सूचित करें। इस अभियान के जरिए जनता को प्रेरित किया जा रहा है कि वे केवल देखने वाले नहीं बल्कि सक्रिय भागीदार बनें।