बस्ती। नगर पालिका के सफाई कर्मियों की अब एक नई डिजिटल प्रणाली से निगरानी होगी, जो “सार्थक एप” के माध्यम से संचालित की जाएगी। इस नई व्यवस्था में प्रत्येक सफाई कर्मी की हाजिरी डिजिटल रूप से दर्ज की जाएगी, जिससे वे काम से बचने या किसी अन्य को अपने स्थान पर भेजने जैसी हरकतों से बच नहीं पाएंगे। बस्ती के 25 वार्डों में करीब 400 सफाई कर्मचारी तैनात हैं, जिनकी सफाई प्रक्रिया पर कड़ी नज़र रखी जाएगी। इस पहल का उद्देश्य शहरी क्षेत्रों की सफाई व्यवस्था को और बेहतर बनाना है।
डिजिटल हाजिरी कैसे करेगी काम?
नगर पालिका की इस नई व्यवस्था के तहत सफाई कर्मचारियों को “सार्थक एप” से जोड़ा जाएगा। सभी कर्मचारियों के लिए अलग-अलग आईडी और पासवर्ड बनाए जाएंगे, जिससे वे रोजाना अपनी उपस्थिति डिजिटल रूप से दर्ज कर सकेंगे। इस प्रक्रिया में जीपीएस का भी इस्तेमाल होगा, जिससे कर्मचारी की लोकेशन की भी पुष्टि की जा सकेगी। अधिकारियों के लिए यह आसान हो जाएगा कि वे एक ही स्थान से पूरे शहर की सफाई व्यवस्था पर नज़र रख सकें।
क्या है वर्तमान स्थिति?
फिलहाल सफाई कर्मचारियों की हाजिरी मस्टररोल पर दर्ज की जाती है, और सफाई कार्य का फोटो व्हाट्सएप ग्रुप पर भेजा जाता है। सफाई निरीक्षक दिनेश कुमार के अनुसार, “सार्थक एप” की यह व्यवस्था अभी लागू नहीं हुई है, लेकिन इसे जल्द ही शुरू किया जाएगा ताकि सफाई कार्य में पारदर्शिता और अनुशासन बढ़ सके।
चुनौती और समाधान
इस नई प्रणाली के लागू होने से सफाई कर्मचारियों द्वारा की जाने वाली धांधली पर रोक लगेगी। अब तक कई सफाई कर्मी अपनी जगह परिजनों या अन्य लोगों को भेजकर काम से बच जाते थे। साथ ही, सफाई नायक और सभासदों की सांठगांठ से भी कर्मी गायब रहते थे। मगर अब यह डिजिटल प्रणाली इन सभी गतिविधियों पर रोक लगाने में मददगार साबित होगी।
हालांकि, इस प्रक्रिया को सुचारू रूप से लागू करने में कुछ चुनौतियां भी हैं। जैसे कि, कई सफाई कर्मियों के पास एंड्रॉइड फोन नहीं हैं, इसलिए उन्हें इस नई तकनीक से परिचित कराने की आवश्यकता होगी। इसके लिए सफाई नायकों को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है कि वे सभी कर्मियों के लिए आईडी और पासवर्ड बनवाएं और उन्हें एप डाउनलोड करने में मदद करें।
सार्थक एप की भूमिका
सार्थक एप के माध्यम से सफाई कर्मियों की उपस्थिति की निगरानी ही नहीं होगी, बल्कि अधिकारी भी अपने स्थान से सभी वार्डों की सफाई व्यवस्था को देख सकेंगे। इस प्रणाली का मुख्य उद्देश्य काम के प्रति कर्मचारियों की जिम्मेदारी बढ़ाना और शहरी क्षेत्र की साफ-सफाई को सुनिश्चित करना है।
इस तरह से यह डिजिटल प्रणाली न केवल सफाई व्यवस्था को दुरुस्त बनाएगी, बल्कि सफाई कर्मचारियों की जवाबदेही भी तय करेगी, जिससे नगर पालिका की सफाई सेवाओं में सुधार आएगा।
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