कलवारी
राम जानकी मार्ग पर स्थित आचार्य राम चंद्र शुक्ल बालिका इंटर कॉलेज में आचार्य राम चंद्र शुक्ल की 140वीं जयंती सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ मनाई गई। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में विक्रमजोत ब्लॉक प्रमुख केके सिंह ने आचार्य शुक्ल के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

केके सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि आचार्य राम चंद्र शुक्ल हिंदी साहित्य के इतिहास में एक युग पुरूष हैं। उन्होंने कहा कि आचार्य शुक्ल की रचना “चिंतामणि” में पिरोये गए शब्द उनकी विद्वत्ता की एक झलक प्रस्तुत करते हैं, जो हिंदी साहित्य की समृद्धि में योगदान देते हैं।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे संयुक्त शिक्षा निदेशक ओम प्रकाश मिश्र, पूर्व विधायक अंबिका सिंह, प्रेम सागर त्रिपाठी, हर्रैया विधायक प्रतिनिधि सरोज मिश्र, जगदीश शुक्ल, कन्हैया दूबे, और बाबूराम सिंह ने भी आचार्य शुक्ल के योगदान को सराहा और अपने विचार साझा किए।
आयोजक डॉ. केपी मिश्र ने अतिथियों को आचार्य राम चंद्र शुक्ल की प्रतिमा एवं शाल भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर विजय द्विवेदी, अनिल भारती, अमर बहादुर सिंह, राम कोमल सिंह, हरेंद्र सिंह, जगरनाथ सिंह, भवानी फेर उपाध्याय, कपिल देव उपाध्याय, सुरेंद्र शुक्ला, मनोज मिश्र, प्रमोद मिश्र, विनोद मिश्र, नंदनी मिश्रा, और प्रमिला सिंह जैसे कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
छात्राओं का सम्मान
कार्यक्रम के अंत में बोर्ड परीक्षा 2024 में अच्छे अंक प्राप्त करने वाली इंटरमीडिएट की छात्राएं नेहा सोनी, अंजली, और सरवत को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन ने विद्यालय का मान बढ़ाया है और अन्य छात्राओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बना है।
इस प्रकार, आचार्य राम चंद्र शुक्ल की जयंती समारोह ने न केवल हिंदी साहित्य के प्रति सम्मान प्रकट किया, बल्कि छात्राओं के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण भी पेश किया।
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