दिल्ली पुलिस ने अरविंद केजरीवाल पर बनी एक डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग पर रोक लगा दी है। AAP का दावा है कि यह डॉक्यूमेंट्री विशेष रूप से उनके जेल जाने के मुद्दे पर आधारित थी। इस पर रोक के बाद मामला राजनीतिक चर्चा का केंद्र बन गया है।
AAP का BJP पर आरोप
आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया है कि दिल्ली पुलिस ने यह कदम भारतीय जनता पार्टी (BJP) के कहने पर उठाया है। पार्टी का कहना है कि यह कदम राजनीतिक दबाव के चलते उठाया गया है ताकि डॉक्यूमेंट्री को जनता तक पहुँचने से रोका जा सके।
थिएटर मालिकों को धमकाया गया

AAP के नेताओं का दावा है कि डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग रोकने के लिए थिएटर मालिकों को धमकाया गया। उनका कहना है कि थिएटर मालिकों को डराया-धमकाया गया ताकि वे डॉक्यूमेंट्री दिखाने से इनकार कर दें।
AAP ने उठाया सवाल
इस घटना के बाद AAP ने सीधे तौर पर BJP से सवाल किया है। उन्होंने पूछा, “बीजेपी आखिर क्या छुपा रही है, जिसकी वजह से इस डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग पर रोक लगानी पड़ी?” पार्टी ने इसे लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर सीधा हमला बताया है।
राजनीतिक विवाद गहराया

इस घटना ने राजनीतिक हलकों में बहस छेड़ दी है। विपक्षी दलों ने भी इसे लेकर BJP और दिल्ली पुलिस की आलोचना शुरू कर दी है। वहीं, BJP और पुलिस की ओर से इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
निष्कर्ष
इस विवाद ने न केवल AAP और BJP के बीच तनाव बढ़ाया है, बल्कि यह भी दिखाया है कि राजनीतिक मुद्दों पर बने डॉक्यूमेंट्री और फिल्मों पर रोक लगाने के मामले किस तरह से चर्चा का विषय बन रहे हैं। अब देखना होगा कि इस मुद्दे पर दोनों पक्षों की अगली रणनीति क्या होगी।