नई दिल्ली: देसी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म कू (Koo) ने आखिरकार अपने संचालन को बंद करने का निर्णय लिया है। इस प्लेटफॉर्म ने पहले ट्विटर (अब X) के प्रतिद्वंद्वी के रूप में अपनी पहचान बनाई थी। KOO के संस्थापक अप्रमेय राधाकृष्ण और मयंक बिदावतका ने इस बंदी की सूचना दी है। एक समय ऐसा था जब KOO पर देश के प्रमुख वीआईपी, नेता, और मंत्री अपने अकाउंट्स बनाए हुए थे और इसका उपयोग कर रहे थे।
बंदी के पीछे की वजहें
संस्थापकों ने मीडिया से बातचीत में बताया कि साझेदारी की बातचीत असफल होने और उच्च तकनीकी लागत (high technology cost) के कारण KOO को बंद करने का फैसला लेना पड़ा। KOO के डेली एक्टिव यूजर्स की संख्या एक समय पर 21 लाख तक पहुंच गई थी। इसके अलावा, कंपनी के मंथली एक्टिव यूजर्स की संख्या भी 1 करोड़ तक पहुंच गई थी।
VIP यूजर्स की संख्या
KOO पर लगभग 9 हजार वीआईपी लोगों के अकाउंट्स थे। इस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने अपने यूजर्स को एक भारतीय विकल्प प्रदान करने का प्रयास किया था, लेकिन विभिन्न चुनौतियों के कारण इसे बंद करना पड़ा।
KOO का बंद होना भारतीय सोशल मीडिया जगत के लिए एक महत्वपूर्ण घटना है। यह देखा जाएगा कि इस बंदी के बाद अन्य देसी प्लेटफॉर्म्स कैसे उभरते हैं और क्या वे KOO के स्थान को भर पाते हैं।