अहमदाबाद प्लेन क्रैश की जांच के लिए सरकार ने उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है। इसकी आधिकारिक सूचना नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा जारी की गई है. मंत्रालय ने कहा कि इस कमेटी का गठन हादसे के लिए जिम्मेदार परिस्थितियों का पता लगाने के लिए किया गया है. जिसमें 275 से अधिक लोगों की जान चली गई थी और कई घायल हो गए थे। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने सोशल मीडिया साइट एक्स (X) पोस्ट के जरिए इसकी जानकारी दी.
जिसमें कहा गया कि कमेटी का उद्देश्य भविष्य में इसी प्रकार के प्लेन हादसों को रोकना है. आगे कहा गया है कि कमेटी ऐसी घटनाओं को रोकने और उनसे निपटने के लिए जारी गाइडलाइंस की जांच करेगी. साथ ही भविष्य में ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए व्यापक दिशा-निर्देश सुझाएगी. कमेटी को सभी रिकॉर्डों तक पहुंच प्राप्त होगी. जिनमें फ्लाइट डेटा, कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर, एयरक्रॉफ्ट मेंटेनेंस रिकॉर्ड और गवाहों की गवाही शामिल होगी.
आदेश में कहा गया है कि कमेटी तीन महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी. कमेटी की अध्यक्षता गृह सचिव करेंगे और इसमें राज्य तथा केंद्र सरकार के प्रतिनिधि शामिल होंगे. इसके अलावा कमेटी में कोई दूसरा सदस्य भी शामिल हो सकता है. जिसे कमेटी उचित समझे. इसमें एयरक्रॉफ्ट एक्सपर्ट, दुर्घटना जांचकर्ता और कानूनी सलाहकार भी शामिल हो सकते हैं. ये कमेटी साइट की जांच करेगी. क्रू मेंबर, एयर ट्रैफिक कंट्रोलर (ATCO) और इससे संबंधित लोगों का इंटरव्यू करेगी. सरकार ने कहा कि अगर विदेशी नागरिक या एयरक्रॉफ्ट निर्माता इसमें शामिल होंगे
तो कमेटी अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों के साथ सहयोग करेगी. इन सबके बीच, टाटा ग्रुप एयरलाइन के CEO कैम्पबेल विल्सन का भी बयान भी सामने आया है. उन्होंने कहा कि एयर इंडिया अपने बोइंग 787-8 प्लेन हादसे की जांच में पूरी तरह पारदर्शी रहेगी और जब तक जांच प्रक्रिया चलेगी, उसका समर्थन करेगी. उन्होंने कहा कि हम जानते हैं कि जांच में समय लगेगा, लेकिन हम पूरी तरह पारदर्शी रहेंगे और जब तक समय लगेगा, हम इस प्रक्रिया का समर्थन करेंगे. एयर इंडिया इस त्रासदी से प्रभावित लोगों की देखभाल करने के लिए हर संभव कोशिश करेगी.
ज्ञातव्य है कि एयर इंडिया की फ्लाइट ‘AI171’ ने गुरुवार, 12 जून की दोपहर अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरी. यात्रा शुरू होने के कुछ ही मिनटों बाद प्लेन एयरपोर्ट के पास एक सरकारी हॉस्पिटल के हॉस्टल के ऊपर क्रैश हो गया. यह हादसा पिछले चार दशकों में किसी भारतीय एयरलाइन से जुड़ा सबसे खराब प्लेन हादसा था, जिसके चलते प्लेन में सवार 242 यात्रियों में से एक को छोड़कर सभी की मौत हो गई थी.