सोशल मीडिया पर काली मां के मंदिर तोड़ने की भ्रामक खबर फैलाई जा रही।
सड़क चौड़ीकरण के दौरान मंदिर को अलग स्थान पर कराया गया शिफ्ट।
शिफ्ट कराने से पहले विभागीय लोगों के साथ आम जनमानस के साथ बैठक के बाद लिया गया था फैसला – एडीएम
प्राण प्रतिष्ठा के दौरान विधि विधान से मूर्तियों को कराया गया आवास विकास में स्थापित।
सड़क चौड़ीकरण के दौरान बीच में आ रहा था मंदिर लोगों की सहमति के बाद हटाया गया मंदिर।
किसी प्रकार की मूर्तियों के नहीं किया गया है खंडित – एडीएम प्रतिपाल सिंह चौहान
पूर्व में लगी मूर्तियों को कराया जा चुका है अयोध्या में विसर्जित।
कोतवाली थाना क्षेत्र के आवास विकास कालोनी के मोड़ पर सड़क किनारे का पूरा मामला।
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