पत्रकारिता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं ।
_प्रस्तुत है रचना -डा० वी० के० वर्मा
पत्रकारिता दिवस आज है, जग को सच्चा पथ दिखलाएँ ।
हम सब पत्रकार मिलकर के पत्रकारिता दिवस मनाएँ ।
प्रजातन्त्र का होता ‘वर्मा’ पत्रकार चौथा स्तम्भ ।
पत्रकार के भीतर होता सचमुच नहीं तनिक भी दम्भ ।
खबरों से समझौता करना पत्रकार का काम नहीं ।
पत्रकार के जीवन में होता है आराम नहीं ।
पत्रकारिता एक तपस्या, पत्रकारिता एक साधना ।
सच्चा पत्रकार जीवन में करता कोई नहीं कामना ।
सदा कलम की पूजा करता वह ही पत्रकार कहलाता ।
उसके ऊपर गर्व हमेशा करती अपनी भारत माता ।
पत्रकार सच का अन्वेषी सच कहता है, सच लिखता है ।
लाख प्रलोभन पाने पर भी ‘वर्मा’ कभी नहीं बिकता है ।
धनी लेखनी का वह होता, रहता निडर और निर्भीक ।
सच्चा पत्रकार होता है सच्चाई का सिर्फ प्रतीक ।
संघर्षों के लिए हमेशा पत्रकार रहता तैयार ।
आती हैं जो भी चुनौतियाँ, वह करता उसको स्वीकार ।
कौन नहीं करता है ‘वर्मा’ पत्रकार का मान दुलार ।
रोज सुबह जब सोकर उठते पहले हम पढ़ते अखबार।
पूरी तन्मयता से ‘वर्मा’ हम सब अपना फर्ज निभाएँ ।
प्रेस क्लब में आओ हम सब पत्रकारिता दिवस मनाएँ ।
डा० वी० के० वर्मा
आयुष चिकित्साधिकारी,
जिला चिकित्सालय-बस्ती ।
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