सौ वर्ष जीने के लिए योग और शाकाहार अनिवार्य-ओम प्रकाश आर्य



आर्य वीर दल बस्ती द्वारा गत 21 मई से जी वी एम कान्वेंट स्कूल बस्ती में चल रहे दस दिवसीय चरित्र निर्माण शिविर के बौद्धिक कक्षा में ओम प्रकाश आर्य प्रधान आर्य संरक्षक आर्य वीर दल बस्ती सौ वर्ष तक जीने के लिए योग, प्राणायाम, यज्ञ और शारीरिक व्यायाम की परम आवश्यकता होती है। इससे हमारा स्थूल शरीर ही नहीं बल्कि सूक्ष्म शरीर भी पुष्ट और बलवान होता है। शाकाहार जीवन को मूल्यवान बनता है और मांसाहार से जीवन का मूल्य कम होता है और शरीर रोगों का घर बन जाता है। उन्होंने बच्चों को नमस्ते जी नमस्ते जी कविता का गान कराया।

इससे पूर्व प्रशिक्षक राहुल आर्य एवं राम तनय के सानिध्य में बच्चों ने यौगिक स्तूप और व्यायाम के प्रशिक्षण प्राप्त किया। राहुल आर्य ने बताया कि हमें अपने कौशल और पराक्रम का प्रयोग हमेशा स्वहित के साथ साथ देश और समाज के कल्याण के लिए ही उपयोग करना है। आर्य वीर दल अपने सृजित ज्ञान विज्ञान का उपयोग देश के विकास के लिए प्रयोग करना ही सिखाता है। बालिकाओं को लेजियम और सर्वांग सुंदर व्यायाम कराते हुए प्रशिक्षिका दुर्गा, महिमा और निधि ने उन्हें आत्मरक्षा के गुर भी सिखाए। यज्ञ कराते हुए आचार्य देवव्रत आर्य ने बच्चों को बताया कि यज्ञ हमें परोपकार की प्रेरणा दिया। इससे इदम न मम अर्थात यह मेरा नहीं है की प्रेरणा मिलती है।

इस अवसर पर श्रीमती नीलम सिंह जी, श्रीमती कमलेश पाण्डेय, डा शशिकला श्रीवास्तव, जया पाण्डेय, विजयलक्ष्मी सिंह, राहुल श्रीवास्तव, संतोष सिंह, अनूप कुमार त्रिपाठी, सुधांशु मिश्र, शैलेन्द्र कुमार, गरुण ध्वज पाण्डेय, घनश्याम आर्य ने बच्चों को शुभकामनाएं दीं।
गरुण ध्वज पाण्डेय

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