महादेवा, मोहना खोर, पगार खास, खड़हुआ में विकास कार्य रुके
बनकटी क्षेत्र के महादेवा, मोहना खोर, पगार खास, और खड़हुआ ग्राम पंचायतों में पिछले दो माह से कोई विकास कार्य नहीं हो पा रहा है। इसकी मुख्य वजह पंचायत सचिवों की तैनाती न होना है, जिसके चलते सामान्य कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं।
सचिव के सेवानिवृत्त होने के बाद से हालात खराब
सूत्रों के अनुसार, इन ग्राम पंचायतों की सचिव पूनम श्रीवास्तव 30 जून को सेवानिवृत्त हो गईं। इसके लगभग डेढ़ माह बाद प्रमिला चौधरी को चार्ज दिया गया, लेकिन उन्होंने चार्ज लेते ही मेडिकल अवकाश ले लिया। इस स्थिति ने पंचायतों में कामकाज को पूरी तरह से ठप कर दिया है।
परिवार रजिस्टर नकल और मृत्यु प्रमाणपत्र के लिए ब्लॉक के चक्कर
लगभग दो महीने से पंचायत के लोग परिवार रजिस्टर की नकल, मृत्यु प्रमाणपत्र जैसे आवश्यक दस्तावेजों के लिए बार-बार ब्लॉक का दौरा करने पर मजबूर हैं। पंचायतों में प्रशासनिक कार्य पूरी तरह से बाधित हो गए हैं, जिससे लोगों को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
ग्रामीणों ने जताई नाराजगी
लक्ष्मी देवी, रणजीत उपाध्याय, ओम प्रकाश सिंह, जितेंद्र कुमार यादव सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि अधिकारी पंचायत सचिव की तैनाती के प्रति गंभीर नहीं हैं। उनका कहना है कि यदि जल्दी सचिव की तैनाती नहीं हुई, तो लोगों की परेशानियां और बढ़ेंगी।
बीडीओ ने दिया आश्वासन
बीडीओ भवानी प्रसाद शुक्ल ने बताया कि पंचायत सचिव की तैनाती के लिए प्रस्ताव बनाकर जिला मुख्यालय भेज दिया गया है। अनुमोदन मिलते ही सचिव की नियुक्ति कर दी जाएगी, जिससे पंचायतों में ठप पड़े काम फिर से शुरू हो सकेंगे।
यह लेख बनकटी क्षेत्र के उन चार ग्राम पंचायतों की स्थिति पर प्रकाश डालता है, जहां पंचायत सचिवों की अनुपस्थिति ने विकास कार्यों को ठप कर दिया है।दो माह से चार पंचायतों में नहीं हैं सचिव, विकास कार्य ठप, ग्रामीणों की समस्याएं बढ़ीं