बस्ती न्यूज: सरयू खतरे का निशान छूने को आतुर , ग्रामीणों दहशत में

बस्ती न्यूज:- सरयू नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी के लिए एक अद्भुत संवेदनशील गांव है। जलस्तर की वृद्धि के कारण नदी का आकार लगातार बढ़ता जा रहा है और इसके पानी का माझा क्षेत्र में फैलना शुरू हो गया है। इस बढ़ते जलस्तर को देखकर ग्रामीण लोगों में एक दहशत की भावना उत्पन्न हो रही है और उन्हें बाढ़ के समय पलायन करने की चिंता आती है। इस खतरे के निशान को देखते हुए दुबौलिया क्षेत्र के कुछ संवेदनशील गांवों के लोग रात्रि में जागकर बाढ़ का सामना कर रहे हैं ताकि वे समय रहते बच सकें।

सरयू खतरे का निशान छूने को आतुर :-

केंद्रीय जल आयोग अयोध्या के अनुसार वर्तमान में सरयू नदी का जलस्तर 92.040 मीटर है, जो 69 सेंटीमीटर 92.730 मीटर से नीचे है। जलस्तर के बढ़ने के आसार दिखाई दे रहे हैं और इसे अब तक कुल मिलाकर 292054 क्यूसेक पानी बैराजों से सरयू नदी में छोड़ दिया गया है। गिरिजा बैराज से 137234, शारदा बैराज से 153054 और सरयू बैराज से 1236 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। दुबौलिया क्षेत्र के अतिसंवेदनशील तटबंध कटरिया- चांदपुर पर खजांचीपुर गांव से लेकर खलवा गांव तक पानी का दबाव तटबंध पर बना हुआ है।

बस्ती के यह विशेषता और चुनौतियों से भरे हुए संदर्भ में यह क्षेत्र अपनी अनूठी पहचान रखता है। सरयू नदी के यह बढ़ते जलस्तर और उससे होने वाले खतरे के कारण ग्रामीण लोग चिंतित हैं, लेकिन वे अपनी संवेदनशीलता के साथ इससे निपट रहे हैं।

जलस्तर की बढ़ोतरी को कम करने के लिए गौरा-सैफाबाद तटबंध के विभिन्न स्थानों पर बोल्डर रखने का काम शुरू कर दिया गया है। यह एक अनूठी पहल है, जिससे तटबंध की सुरक्षा में सुधार किया जा रहा है। गौरा-सैफाबाद तटबंध पर टकटकवा गांव से लेकर दलपतपुर गांव तक 500 मीटर की दूरी में पानी का दबाव बना हुआ है। इससे प्रभावित होकर उक्त तटबंध के पास पानी का तेज दबाव बना हुआ है, जो किसी भी समय खतरे का कारण बन सकता है। इसलिए, निगरानी और सुरक्षा के लिए तटबंध पर लगातार ध्यान दिया जा रहा है।

सरयू

विशेषज्ञों के अनुसार जलस्तर की वृद्धि से संबंधित खतरा हालात को नियंत्रित रखने के लिए जलाधिकारियों ने कटरिया-चांदपुर तटबंध के आस-पास के आधा दर्जन गांवों के लोगों की मदद करनी शुरू की है। इन गांवों के लोग बाढ़ के दौरान अत्यंत संवेदनशील हो गए हैं और उन्हें अपने जीवन की सुरक्षा के लिए तैयार रहने की जरूरत है।

गौरा-सैफाबाद तटबंध के अवर अभियंता विजय प्रकाश ने इस समस्या के बारे में चेतावनी दी है कि जलस्तर बढ़ रहा है और इसे संभालने के लिए सक्रिय कदम उठाए जा रहे हैं। तटबंध के मोजपुर गांव के पास निर्माणाधीन दो ठोकरों पर बोल्डर पिंचिंग का कार्य चल रहा है, जिससे तटबंध के विकीर्ण स्थानों को सुरक्षित बनाया जा सकता है।

गौरा-सैफाबाद तटबंध के प्रगति से जुड़े अवर अभियंता ने बताया कि जलस्तर बढ़ता हुआ नजर आ रहा है और इसके नियंत्रण में रखने के लिए निगरानी की जा रही है। यहां के लोग बाढ़ के समय अत्यंत चिंतित हो रहे हैं और उन्हें बचने के लिए सजग रहना जरूरी है।

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