बस्ती: मोहित अपहरण कांड में पुलिस ने महत्वपूर्ण प्रगति की है, लेकिन घटनाक्रम की जटिलता के कारण मामला उलझा हुआ है। मोहित यादव की जीवित स्थिति या मौत को लेकर पुलिस दोनों संभावनाओं को नजरअंदाज नहीं कर रही है। पुलिस को संदेह है कि कहीं अपहरणकर्ताओं ने उसकी हत्या करके शव कुआनों नदी में न डाल दिया हो। इस संदेह की पुष्टि के लिए एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया है। पुलिस ने चंगेरवा से बानपुर तक लगभग 12 किलोमीटर नदी के दोनों किनारों और पानी की गहराई में तलाशी की। देर शाम तक कोई सुराग नहीं मिला।
इसी बीच, पुलिस की 10 टीमों ने विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की। नामजद आरोपियों के परिवार के सदस्यों से लगातार पूछताछ की जा रही है। मोहित के परिवार के सदस्यों को लेकर पुलिस टीम कई स्थानों पर गई। संतकबीरनगर में मिले एक अज्ञात शव की पहचान के लिए भी उन्हें ले जाया गया, लेकिन कुछ हासिल नहीं हुआ।

तीन प्रमुख एंगल पर पुलिस की जांच:
- हत्या और नदी में शव फेंकने की संभावना: इस पहलू पर पुलिस ने नदी में तलाशी अभियान चलाया है। एसडीआरएफ की टीम मोटरबोट की सहायता से पानी मथकर तलाश कर रही है।
- जिंदा होने की संभावना: पुलिस यह मानकर चल रही है कि मोहित जीवित है और आरोपी उसका इलाज करा रहे हैं। इस पर अलग-अलग टीमें काम कर रही हैं।
- रूटीन पुलिसिंग: मुखबिर, सर्विलांस और परिवार-रिश्तेदारों से जानकारी हासिल करने का प्रयास किया जा रहा है।
जांच में लगी टीमें:

- कोतवाली, पुरानी बस्ती थाने के अलावा एसओजी, स्वाट, सर्विलांस, स्वाट-एसओजी की पुरानी टीम, थाना रुधौली, वाल्टरगंज, कलवारी, नगर की टीमों को मैदान में उतारा गया है।
हिरासत में लिए गए आरोपी:

इस सनसनीखेज केस में एक और नामजद आरोपी को हिरासत में लिए जाने की चर्चा है। अब तक पुलिस ने दो नामजद आरोपियों को हिरासत में लिया है। हालांकि, आधिकारिक रूप से पुलिस ने सिर्फ एक नामजद समेत चार आरोपियों की गिरफ्तारी की बात कही है। गिरफ्तार आरोपियों में 23 वर्षीय मोनू जायसवाल, 18 वर्षीय अमन गुप्ता, 18 वर्षीय करन जायसवाल और 18 वर्षीय सादिक उर्फ सुद्दु शामिल हैं।
घटनाक्रम:
पिकौरा दत्तुराय निवासी अविनाश सिंह ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि 12 जुलाई को दिन में दो बजे मोहल्ले के लोगों ने उन्हें फोन करके बताया कि उनके घर में मारपीट व तोड़-फोड़ हो रही है। जब वह घर पहुंचे तो देखा कि मोहित यादव, जो उनके यहां किराये पर रहता था, को आदित्य विक्रम सिंह, पुलकित गर्ग, सत्यम कसौधन, मोनू, सैय्यद इलहान और अन्य लड़के मार रहे थे। मोहित जब बाथरूम में छुपा तो आरोपियों ने उसे वहां से खींचकर मुख्य मार्ग पर लाकर चार पहिया वाहन में अपहरण कर लिया।
प्रगति:
पुलिस मामले की गुत्थी सुलझाने के करीब है और एक-दो दिन में पूरा मामला सुलझ जाने की संभावना है। पुलिस आरोपियों के काफी करीब पहुंच चुकी है।
- गोपाल कृष्ण चौधरी, एसपी