“यूपी में बीसी सखियों का विधानसभा घेराव विफल, गिरफ्तार कर इको गार्डन भेजा गया; मानदेय बढ़ाने की उठाई मांग”

सोमवार को लखनऊ में बीसी सखियों ने अपनी मांगों को लेकर एक बड़ा प्रदर्शन किया। उन्होंने चारबाग से “बीसी सखी न्याय” तिरंगा यात्रा निकालते हुए विधानसभा की ओर मार्च किया। उनकी योजना विधानभवन को घेरने की थी, लेकिन पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोक लिया और हिरासत में लेकर इको गार्डन भेज दिया।

पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया

सैकड़ों की संख्या में बीसी सखियों ने विधानसभा मार्ग की ओर बढ़ते हुए घेराव की कोशिश की। पुलिस ने पहले उन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन जब प्रदर्शनकारी नहीं माने, तो उन्हें गिरफ्तार कर इको गार्डन ले जाया गया। इस दौरान महिला पुलिस और सखियों के बीच नोकझोंक भी हुई। प्रदर्शन के कारण विधानसभा मार्ग पर जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई।

बीसी सखियों की मांगें: मानदेय में वृद्धि और स्थायी नियुक्ति

सुष्मिता यादव, अंजू कटियार, और सीमा लोधी जैसी प्रमुख सखियों ने कहा कि वर्तमान में उन्हें जो मानदेय मिल रहा है, वह बहुत कम है। उन्होंने आरोप लगाया कि आजादी के अमृत महोत्सव के मौके पर, इतने कम मानदेय के साथ वे किस महोत्सव की बात कर सकते हैं। उनकी मांग है कि उन्हें राज्य कर्मचारी घोषित किया जाए और मानदेय को बढ़ाकर दस हजार रुपये प्रति माह किया जाए।

सरकारी वादों की अनदेखी पर विरोध

बीसी सखियों ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार ने नियुक्ति के समय उनसे जो वादे किए थे, उन्हें पूरा नहीं किया गया। इस कारण वे अपने अधिकारों के लिए संघर्ष कर रही हैं। उन्होंने सरकार से अपील की कि उनकी मांगों को जल्दी पूरा किया जाए, ताकि उन्हें उचित मानदेय मिल सके और उनकी स्थिति स्थिर हो सके।

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