अवैध बालू खनन माफियाओं के खिलाफ सपा विधायक ने खोला मोर्चा

विधायक बोले! कार्रवाई नहीं हुई तो लोकतांत्रिक तरीके से बैठेंगे धरने पर

करोड़ों रुपये की राजस्व चोरी अवैध बालू खनन, सपा विधायक महेंद्र नाथ यादव ने खोला मोर्चा

बस्ती : जनपद में अवैध बालू खनन माफियाओं के खिलाफ सपा विधायक कई महीनों से लगातार शिकायत कर रहे हैं, लेकिन यहाँ अधिकारियों और कर्मचारियों ने अवैध बालू खनन में लिप्त होकर सपा विधायक की शिकायतों को भी दरकिनार कर दिया है। विधायक ने बताया कि लगभग एक महीने से अधिक हो गया है अवैध बालू खनन चलाते हुए। उन्होंने यह भी बताया कि प्रशासन और बालू माफियाओं की मिलीभगत से सरकार को करोड़ों रुपये का राजस्व नुकसान हो रहा है।

विधायक ने कहा कि एक महीने से अधिक समय से अवैध बालू खनन का धंधा चल रहा है। जिलाधिकारी से शिकायत करने के बावजूद, अवैध खनन रुकने का नाम नहीं ले रहा है। रातों-रात कई सैकड़ों डंपर अवैध बालू खनन में लग जाते हैं, जिससे यहाँ के किसानों की फसल बर्बाद हो रही है। इस अवैध बालू खनन से किसानों के खेतों पर भी आने वाले समय में बड़ा प्रभाव पड़ेगा। बरसात होने पर किसानों के खेत सरयू नदी में समा जाएंगे।

बालू खनन माफियाओं के खौफ से अधिकारी कार्यवाही करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। खनन का टेंडर कहीं और का है, लेकिन खनन दो किलोमीटर दूर दूसरे एरिया में किया जा रहा है। खनन विभाग ने गलत तरीके से जियो टैग दिखा कर खनन किया जा रहा है। विधायक ने कहा कि खनन के लिए कई विभागों से एनओसी लेना पड़ता है, जो इन खनन माफियाओं और अधिकारियों के पास नहीं है। इस खनन में बड़े पैमाने पर रुपयों का खेल हो रहा है, जिससे अधिकारी रुपये लेकर अवैध बालू खनन करवा रहे हैं।

विधायक ने यह भी बताया कि बरसात में कई गांव बाढ़ के घेरे में आ चुके थे। सरकार ने उन गांवों को बचाने के लिए नदी की धारा को मोड़ने के लिए करोड़ों की लागत से ड्रेजिंग का कार्य कराया है, जो इस अवैध खनन से पूरी तरह से फेल हो जाएगा। इसमें महुआपार, गंगापुर और मइपुर के तीनों पुरवे कट जाएंगे और वहां पानी ही पानी नजर आएगा।

विधायक ने अंत में चेतावनी दी कि यदि जल्द ही कार्रवाई नहीं हुई, तो वे लोकतांत्रिक तरीके से धरने पर बैठेंगे।

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