बस्ती। कप्तानगंज थाना क्षेत्र के अवस्थीपुर ‘महुवारे’ निवासनी धनवन्ता देवी ने अपने बेटे राम अवतार के साथ हुई मारपीट के मामले में डीआईजी को पत्र देकर मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई मांग किया है।
सोमवार को डीआईजी को दिये पत्र में धनवन्ता देवी ने आरोप लगाया है कि थानाध्यक्ष कप्तानगंज और विवेचक की मिलीभगत से मामले में अभियुक्तों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। पुलिस धाराओं को हल्का करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने पुलिस पर विवेचना में पक्षपात का आरोप लगाया है।
पत्र में कहा गया है कि गत 8 अक्टूबर 2025 को अखिलेश, मुलायम यादव, अजय, जंगबहादुर, रामशंकर सहित दो अज्ञात व्यक्तियों ने कथित तौर पर साजिश रचकर उनके बेटे रामअवतार को बुरी तरह से मारा पीटा। इस दौरान रामअवतार गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
घायल रामअवतार को कैली मेडिकल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत नाजुक बताई गई थी। इस मामले में कप्तानगंज थाने में मुकदमा भी दर्ज किया गया है।
धनवन्ता देवी ने यह भी आरोप लगाया है कि विवेचक वीरेंद्र कुमार राय थानाध्यक्ष के दबाव में आकर अभियुक्तों के नाम हटाने और धाराओं को हल्का करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि अब तक दो अभियुक्तों की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस उल्टे उनके बेटे के खिलाफ बयान दर्ज करा रही है। पत्र देने के दौरान धनवन्ता देवी के साथ अनेक लोग शामिल रहे।










