बस्ती जिले के परिषदीय विद्यालयों में विद्यार्थियों और शिक्षकों के लिए बड़ी राहत की खबर आई है। बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) ने शीतकालीन अवकाश के संबंध में आधिकारिक आदेश जारी किया है। इसके तहत जिले के सभी परिषदीय स्कूलों में 31 दिसंबर 2024 से 14 जनवरी 2025 तक अवकाश घोषित किया गया है।
शीतावकाश की आवश्यकता और निर्णय का कारण
उत्तर प्रदेश में सर्दियों का मौसम बेहद ठंडा होता है, खासकर दिसंबर और जनवरी के महीने में। इस दौरान सुबह के समय कोहरा छाया रहता है, जिससे विद्यार्थियों और शिक्षकों को स्कूल पहुंचने में कठिनाई होती है। ठंड के कारण बच्चों के स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। इसे ध्यान में रखते हुए बस्ती के बीएसए ने यह निर्णय लिया है।
परिषदीय स्कूलों पर प्रभाव
शीतावकाश का आदेश जिले के सभी परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों पर लागू होगा। इस अवकाश के दौरान स्कूलों में नियमित कक्षाएं स्थगित रहेंगी, जिससे बच्चों को ठंड से बचाव का समय मिलेगा। इसके अलावा शिक्षकों को भी आराम करने और अपनी योजनाओं पर काम करने का अवसर मिलेगा।
अभिभावकों के लिए राहत
इस अवकाश के दौरान अभिभावक अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर निश्चिंत हो सकते हैं। बच्चों को सर्दी से बचाने के लिए गर्म कपड़ों की व्यवस्था करने और उन्हें घर में आरामदायक माहौल देने की जिम्मेदारी अब और आसान हो गई है। साथ ही, यह समय बच्चों को पढ़ाई और अन्य कौशल विकास के लिए अतिरिक्त समय देगा।
शिक्षकों और प्रशासन की जिम्मेदारी
हालांकि शीतावकाश के दौरान विद्यालय बंद रहेंगे, लेकिन शिक्षकों और प्रशासन को इस अवधि में आगामी सत्र के लिए योजनाएं बनाने का निर्देश दिया गया है। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि छुट्टियों के बाद बच्चों की पढ़ाई में किसी प्रकार की कमी न हो।
मौसम विभाग की रिपोर्ट का प्रभाव
मौसम विभाग ने पहले ही इस अवधि के दौरान अत्यधिक ठंड और कोहरे की संभावना जताई थी। इसी आधार पर बीएसए ने यह निर्णय लिया। मौसम विभाग की रिपोर्ट से यह स्पष्ट हो गया था कि बच्चों और शिक्षकों को ठंड से बचाने के लिए यह कदम आवश्यक था।
अन्य जिलों के लिए उदाहरण

बस्ती बीएसए का यह कदम अन्य जिलों के लिए भी एक उदाहरण बन सकता है। ठंड के मौसम में बच्चों की सुरक्षा और उनकी पढ़ाई को संतुलित करने के लिए यह निर्णय बेहद सराहनीय है। अन्य जिलों में भी इस तरह की पहल की उम्मीद की जा सकती है।
अवकाश के बाद पुनः संचालन
शीतावकाश समाप्त होने के बाद 15 जनवरी 2025 से स्कूलों में नियमित कक्षाएं फिर से शुरू होंगी। बीएसए ने सभी शिक्षकों और स्कूल प्रशासन को निर्देश दिया है कि वे समय पर स्कूल संचालन सुनिश्चित करें और बच्चों की पढ़ाई को प्राथमिकता दें।
निष्कर्ष
शीतावकाश का यह निर्णय बच्चों, अभिभावकों और शिक्षकों के लिए बेहद राहतपूर्ण साबित होगा। ठंड के मौसम में इस तरह का कदम स्वास्थ्य और सुरक्षा के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। बस्ती बीएसए का यह आदेश न केवल स्थानीय प्रशासन की संवेदनशीलता को दर्शाता है, बल्कि बच्चों के समग्र विकास की प्रतिबद्धता को भी प्रकट करता है।