“रूधौली पुलिस ने समय रहते कार्रवाई की होती तो नाबालिग अनुराधा की जान बच सकती थी”

26 दिसम्बर, बस्ती: गुरूवार को रूधौली थाना क्षेत्र की अठदेउरा निवासी संगीता, पत्नी राजेश कुमार निषाद ने विश्व हिन्दू महासंघ के जिलाध्यक्ष अखिलेश सिंह के साथ पुलिस अधीक्षक को सम्बोधित पत्र सीओ सदर को सौंपा। पत्र में संगीता ने अपनी नाबालिग पुत्री अनुराधा के साथ हुए यौन हिंसा, उत्पीड़न, शादी के लिए नाजायज दबाव, धर्म परिवर्तन और बलात्कार के मामले में नये सिरे से विवेचना करने की मांग की। साथ ही दोषियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गई।

पुलिस की लापरवाही ने ली अनुराधा की जान

संगीता ने पत्र में बताया कि उन्होंने पहले ही रूधौली पुलिस को मामले की सूचना दी थी, लेकिन पुलिस ने कोई गंभीरता नहीं दिखाई। इसका परिणाम यह हुआ कि अनुराधा, जो उत्पीड़न से परेशान थी, ने 14 दिसम्बर को आत्महत्या कर ली। पुलिस ने इस मामले में केवल परसादमया निवासी नफीस खान उर्फ बाबू खान को गिरफ्तार किया है, जबकि अन्य आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं।

विश्व हिन्दू महासंघ का विरोध और संघर्ष की चेतावनी

ज्ञापन देने के बाद विश्व हिन्दू महासंघ के जिलाध्यक्ष अखिलेश सिंह ने कहा कि यदि रूधौली पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया होता और समय पर कार्रवाई की होती, तो नाबालिग अनुराधा की जान बचाई जा सकती थी। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस अब मामले को दबाने की कोशिश कर रही है।

विश्व हिन्दू महासंघ के अधिवक्ता प्रकोष्ठ के प्रदेश मंत्री कुलदीप मिश्रा ने कहा कि अनुराधा के आत्महत्या मामले की नये सिरे से जांच की जाए और नफीस खान उर्फ बाबू खान तथा अन्य जिम्मेदारों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि कार्रवाई नहीं हुई तो विश्व हिन्दू महासंघ संघर्ष करने को मजबूर होगा।

पीड़ित परिवार का समर्थन

इस ज्ञापन के दौरान संगीता के साथ उनके पति राजेश कुमार निषाद, विपुल, विनय, राजू, सुनीता समेत अन्य परिवारजन भी मौजूद थे, जिन्होंने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।

निष्कर्ष

यह मामला एक बार फिर पुलिस की लापरवाही और मामले में हुई ढिलाई पर सवाल उठाता है। विश्व हिन्दू महासंघ ने न्याय की मांग की है और यदि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती, तो आंदोलन की चेतावनी दी है।

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