गुरुग्राम – गुरुग्राम में पुलिसकर्मियों पर कानून का दुरुपयोग करने और एक युवक के साथ मनमानी करने का गंभीर आरोप लगा है। युवक का दावा है कि उसने गाड़ी के सभी जरूरी दस्तावेज पुलिस को दिखाए थे, लेकिन इसके बावजूद पुलिस ने न केवल उसका चालान काटा बल्कि गाड़ी भी जब्त कर ली।
घटना का खुलासा तब हुआ जब युवक ने मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया। वीडियो में पुलिसकर्मियों का व्यवहार धमकी भरा और अनुचित दिखाई दे रहा है।
नाम पूछने पर भड़क गए पुलिसकर्मी

मामला तब शुरू हुआ जब युवक ने चेकिंग के दौरान पुलिसकर्मियों से उनके नाम पूछे। इस पर कथित तौर पर मौके पर मौजूद ASI अनीता और कांस्टेबल राकेश कुमार नाराज हो गए और युवक पर दबाव बनाने लगे। युवक का आरोप है कि उसने पुलिस को अपनी गाड़ी के सभी दस्तावेज, जैसे कि ड्राइविंग लाइसेंस, पंजीकरण प्रमाणपत्र (RC), प्रदूषण प्रमाणपत्र (PUC), और बीमा पॉलिसी, दिखा दिए थे। इसके बावजूद, पुलिस ने उसकी गाड़ी को जब्त कर लिया और चालान काट दिया।
युवक ने लगाए गंभीर आरोप
पीड़ित युवक ने पुलिसकर्मियों पर “गुंडागर्दी” करने और अपने अधिकारों का हनन करने का आरोप लगाया है। उसने कहा कि नाम पूछने भर से पुलिसकर्मी नाराज हो गए और बिना किसी वैध कारण के उसकी गाड़ी जब्त कर ली। युवक का यह भी कहना है कि पुलिसकर्मी धमकी भरे अंदाज में बात कर रहे थे और उसकी बात सुनने के लिए तैयार नहीं थे।
चश्मदीदों और वीडियो से खुलासा
मौके पर मौजूद चश्मदीदों के अनुसार, युवक ने शांतिपूर्वक तरीके से सभी दस्तावेज पुलिस को पेश किए थे। इसके बावजूद पुलिसकर्मियों ने उसका चालान काटा और गाड़ी जब्त कर ली। वीडियो में भी यह साफ देखा जा सकता है कि पुलिसकर्मी युवक पर अनुचित तरीके से दबाव बना रहे थे।
क्या कहती है पुलिस?

इस घटना को लेकर गुरुग्राम पुलिस ने फिलहाल कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। हालांकि, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद लोग पुलिस की इस कार्रवाई पर सवाल उठा रहे हैं।
न्याय की मांग
पीड़ित युवक ने पुलिस की इस कार्रवाई के खिलाफ उच्च अधिकारियों से शिकायत दर्ज कराई है और न्याय की मांग की है। इस घटना ने गुरुग्राम में कानून व्यवस्था और पुलिस के व्यवहार पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
यह मामला एक बार फिर यह सवाल खड़ा करता है कि जब कानून के रक्षक ही कानून का उल्लंघन करने लगें, तो आम नागरिक न्याय के लिए कहां जाए?