उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत 514 गरीब बेटियों की शादी धूमधाम से कराई गई। यह योजना सरकार द्वारा आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की बेटियों की शादी में मदद के उद्देश्य से चलाई जाती है। लेकिन इस बार समारोह में खुशी के बजाय घोटाले की खबरें सुर्खियों में आ गईं।
नकली पायल और घटिया साड़ियां बनीं चर्चा का विषय
समाज कल्याण विभाग द्वारा शादी में उपहार के तौर पर दिए गए सामान की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठाए गए। शादी के लिए दिए गए गिफ्ट पैकेट्स में नकली पायल, घटिया गुणवत्ता की साड़ियां और नकली किचन का सामान पाए गए। ऐसे समय में जब यह योजना जरूरतमंद परिवारों के लिए मददगार होनी चाहिए थी, गिफ्ट के नाम पर घटिया और बेकार सामान बांटने से कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
इंटरनेट पर वायरल हुआ मामला
घोटाले की जानकारी सोशल मीडिया के जरिए सामने आई, जहां शादी के समारोह के दौरान मिले उपहारों के फोटो और वीडियो वायरल हो गए। इंटरनेट पर लोगों ने इस घटना को लेकर गुस्सा जाहिर किया और अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की।
सरकार की छवि पर बुरा असर
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना को भ्रष्टाचार की वजह से बदनाम होना पड़ा। यह मामला प्रशासन और समाज कल्याण विभाग की लापरवाही और भ्रष्टाचार की गंभीर तस्वीर पेश करता है। जनता अब इस मामले में दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रही है।
सरकारी योजनाओं में ऐसे घोटाले न केवल जरूरतमंदों के हक को मारते हैं, बल्कि आम लोगों का सरकारी योजनाओं से भरोसा भी खत्म कर देते हैं। यह देखना होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है।