लालगंज में मनवर नदी पर बने पुल का एप्रोच धंसने से राहगीरों और वाहनों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पुल से गुजरने वाले वाहनों को तेज झटका लगता है, जिससे अक्सर कोई न कोई राहगीर गिरकर घायल हो रहा है।
पुल की भौगोलिक और यातायात महत्ता
यह पुल जिले के उत्तरी भाग को रामजानकी मार्ग से जोड़ता है। इसके जरिए कुदरहा ब्लॉक मुख्यालय और रामजानकी मार्ग से जुड़ने वाले मसूरिहा, जगन्नाथपुर, अमरौना रौवागोवा, टिटहरी, तिघरा, देजी तुलसीपुर, खाखरा अमानानाबाद, अकेला कुबेरपुर कछुआडे, गोनार आदि गांवों के लोग रोजाना सफर करते हैं।
निर्माण में खामियां और एप्रोच का बार-बार टूटना
मनवर नदी पुल का निर्माण 2011 में सेतु निगम द्वारा कराया गया था। पुल के दोनों ओर एप्रोच का निर्माण चार साल पहले पीडब्ल्यूडी ने करवाया था। लेकिन महज तीन साल में यह एप्रोच टूटकर धंस गया। स्थानीय लोगों ने पीडब्ल्यूडी की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं।
स्थानीय निवासियों की मांग
स्थानीय निवासी संजय गोस्वामी, जयप्रकाश सिंह, राज करन सिंह, विभूति सिंह, अजय कुमार पाल और हरिश्चंद्र पाल ने बताया कि पुल के एप्रोच का टूटना गंभीर समस्या बन चुका है। उन्होंने प्रशासन से इसे जल्द से जल्द मरम्मत कराने की मांग की है ताकि आवागमन सुचारू हो सके और दुर्घटनाओं को रोका जा सके।
प्रशासन से कार्रवाई की उम्मीद
पुल के एप्रोच की मरम्मत में देरी से ग्रामीणों में रोष है। प्रशासन को चाहिए कि वह तत्काल कदम उठाए और इस समस्या का समाधान करे।